चोरी के 14 चौपहिया वाहन सहित 8 वाहन चोर गिरफ्तार

चोरी के 14 चौपहिया वाहन सहित 8 वाहन चोर गिरफ्तार 


अंकुर श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी, 31 दिसम्बर (हि.स)। अब इसे सत्तापक्ष का दबाव कहें या रसूखदारों की ऊपर तक पहुंच। मामला चोरी के चौपहिया वाहन की खरीद से जुड़ा है। खीरी पुलिस ने जो खुलासा किया है वह संदेहास्पद है।  खीरी पुलिस व क्राइम ब्राांच ने जो चोरी की गाड़ियां बरामद की हैं उनमें ज्यादातर गाड़ियां रसूखदार लोगों व भाजपा के कई नेताओं के पास से बरामद होना बताया जा रहा है। लेकिन पुलिस ने सभी के नाम छुपाते हुए आठ अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजते हुए उन तमाम रसूखदारों को संरक्षण प्रदान किया, जो लम्बे समय से इन गाड़ियों का प्रयोग करते आ रहे थे। पुलिस कप्तान की माने तो इस मामले की जांच आगे भी चलती रहेगी और जो भी दोषी पाया जाएगा वह जेल जाएगा।
पुलिस लाइन सभागार में प्रेसवार्ता  के दौरान पत्रकारों से रूबरू   होते हुए एसपी पूनम ने बताया कि पुलिस व क्राइम ब्राांच सहित सर्विलांस टीम की मदद से चोरी के 14 चौपहिया वाहनों सहित 8 अभियुक्त गिरफ्तार किये गये हैं, जिनमें इशरत अली उर्फ पप्पू पुत्र मजहर अली निवासी मो. गोटैय्याबाग, सहबाज उर्फ शीबू खान पुत्र रहीस अहमद खान निवासी मो. पठान प्रथम पलियाकलां, दिनेश शर्मा पुत्र जगदीश चन्द्र शर्मा निवासी शास्त्रीनगर, सौरभ मेहरोत्रा उर्फ छोटू पुत्र त्रिभुवन नाथ मेहरोत्रा कपूरथला, राघवेन्द्र सिंह उर्फ पापू पुत्र ओमसिंह मो. द्वारिकापुरी, श्रवण कुमार मेहरोत्रा पुत्र श्याम कृष्ण मेहरोत्रा निवासी मो. ईदगाह, मोनू सिंह उर्फ मानवेन्द्र सिंह पुत्र श्याम सिंह निवासी फारेस्ट कालोनी डीसी रोड व गिरोह के सरगना बताये जा रहे आलोक श्रीवास्तव पुत्र स्व. सतीश चन्द्र श्रीवास्तव निवासी शास्त्री नगर शामिल हैं। एसपी ने बताया कि गिरोह के सरगना आलोक श्रीवास्तव व उसका सदस्य राघवेन्द्र गाड़ी मंगवाने का कार्य देखते थे। मामले का खुलासा तब हुआ जब मारूति हुंडई कम्पनी के टेक्निकल एक्सपर्ट की मदद ली गयी तो पता चला कि उक्त सभी गाड़ियों को टैम्पर्ड किया गया है।

बताते हैं कि जो गाड़ियों एक्सीडेंट में पूरी तरह से ध्वस्त हो जाती थी उन्ही गाड़ियों के चेचिस नम्बर दिखाकर दूसरी गाड़ियों के फर्जी रजिस्ट्रेशन करवा लिए जाते थे। कप्तान ने बताया कि उक्त गिरोह के सदस्य दिल्ली, मेरठ व अन्य स्टेटों से गाड़ियों की चोरी करके उन्हें यहां फर्जी कागजों के सहारे बेंच दिया करते थे। कहा कि इन अभियुक्तों से हुई पूछताछ में जो भी तथ्य सामने आये हैं उनकी जांच की जा रही है और इनमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसको जेल भेजा जाएगा। खुलासा करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक खीरी विपिन सिंह, स्वाट टीम के उपनि. शिवकुमार सिंह, सर्वेश कुमार पाल, थाना खीरी के उपनि. शशि शेखर यादव, अंसार हुसैन रिजवी, जान मोहम्मद, आशीष सिंह, हेड कां. जयप्रकाश, कां. अंकुर तिवारी, विजय सिंह, फिरोज खान, केशव कुमार, देवेन्द्र यादव, अजीत सिंह, कुलदीप सिंह, योगेश तोमर, परीक्षित चौरसिया, शराफत अली, पुष्पेन्द्र सिंह, संजय सिंह व राजेश वर्मा शामिल हैं। खुलासे से प्रसन्न एसपी ने टीम को 25 हजार रुपये बतौर पुरस्कार देने की घोषणा की है।

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