राम मंदिर निर्माण पर डॉ वेदांती ने कहा कोर्ट के निर्णय का करें इंतजार
लखीमपुर-खीरी। भाजपा के पूर्व सांसद व राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष डॉ. रामविलास वेदांती सोमवार को लखीमपुर की मोहम्मदी तहसील पहुंचे। उन्होंने राम मंदिर निर्माण को लेकर कहा कि जब तक कोर्ट का निर्णय नहीं आता तब तक सरकार कोई अध्यादेश नहीं ला सकती। उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए आपसी समझौते को समस्या का समाधान बताया।
सोमवार को डॉ. रामविलास वेदांती खीरी जिले की मोहम्मदी तहसील पहुंचे। उन्होंने पहले टेढ़े नाथ बाबा के दर्शन किए और राम मंदिर निर्माण का संकल्प लिया। इसके बाद वे कस्बा मोहम्मदी पहुंचे जहां उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राम मंदिर निर्माण को कोई रोक नहीं सकता, लेकिन अगर आपसी समझौते और सहमति से इसका रास्ता निकाल लिया जाए, तो बेहद अच्छा रहेगा। उन्होंने यह भी बताया कि शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी व अन्य संतों व महात्माओं ने एक समझौता पत्र तैयार कर लिया है, जिसमें अयोध्या में रामलला विभाजन पर निर्णय हुआ है कि वहां भगवान राम का भव्य मंदिर बनेगा, जबकि लखनऊ में मस्जिद का निर्माण होगा।
वेदांती ने कहा कि समझौते के मुताबिक लखनऊ में बनने वाली मस्जिद इस्लाम के नाम पर होगी न कि किसी बाबर के नाम पर! सरकार का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि अध्यादेश के जरिए राम मंदिर निर्माण का रास्ता फिलहाल नहीं निकाला जा सकता। लोगों को धैर्य रखने की जरूरत है। जल्द ही राम मंदिर निर्माण के सभी रास्ते निकाल लिए जाएंगे और अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बनेगा, जिसकी तैयारियां चल रही हैं। उन्होंने सभी लोगों से वर्ष 2019 में एक बार पुनः मोदी सरकार बनाने के लिए दृढ़ निश्चय करने की अपील की। इसके बाद डॉ. वेदांती ने नगर में निर्माणाधीन हनुमान मंदिर का निरीक्षण किया तथा हनुमान जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर 1 दिन का समय देने का वादा भी किया।
इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष संदीप मेहरोत्रा, कन्हैया, अतुल रस्तोगी, जगदीश चंद्र गुप्ता, गोपाल मोहन रस्तोगी, धीरेश भदौरिया सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
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