जानिए कहां हुई महज 2 बीघा में 400 कुंटल फसल

जानिए कहां हुई महज 2 बीघा में 400 कुंटल फसल


देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी। एक गांव के एक किसान द्वारा अपनी कड़ी मेहनत से गन्ने की फसल उगाई है जिसे देखने वालों का तांता लगा रहता है।
 निघासन क्षेत्र के गांव राजपुर मजरा दरेरी निवासी साबिर अली पुत्र नन्हां ने बताया कि वह एक छोटे किसान है। जिनके पास कुल 7 बीघा जमीन है जिसमें से 2 बीघा जमीन में उन्होंने तेरह नवंबर 2017 में लेजर से अर्ली प्रजाति 018 की बुआई की थी। जिसमें गन्ने का बीज 10 कुंटल प्रति बीघा के हिसाब से डाला था और बुआई के समय 20 किलो खाद डीएपी व 4 किलो रिजेंट डाली थी। गन्ना जम जाने के बाद उन्होंने सबसे पहले पानी लगा कर 4 किलो डीएपी व जाइम डाली। इसी तरह उन्होंने हर पंद्रह दिन बाद पानी व खाद दिया। कुल मिलाकर उन्होंने बताया कि गन्ने में चौदह बार खाद व पानी दिया है। और बताया कि उन्होंने दो बार गन्ने की गुड़ाई व दो बार गन्ने की निराई की है।इसके अलावा गन्ने की सफाई करने के लिए गन्ने की हरी पत्तियों को तोड़कर खेत में ही डाल दिया और बताया उन्होंने कि दो बार गन्ने को बंधवाई भी की लेकिन गन्ना की लंबाई अधिक होने के कारण गिर गया।
 मानना है कि गन्ने की उपज लगभग 200 कुंटल प्रति बीघा से भी के अधिक है। उन्होंने बताया कि मात्र 6 बिसुवा खेत के गन्ने को काटकर बीज बनाया है जिसमें उन्होंने 5 बीघा खेत की बुआई की और लगभग 15 कुंटल बीज बच भी गया था। गांव में अच्छी उपज का गन्ना पैदा होने पर पास पड़ोस के गांव के लोग देखने के लिए भी पहुंच रहे हैं।

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