अगर हो जाए शरीर में खून की कमी तो यह गंभीर बीमारियां आपको पहुंचाती हैंं नुकसान

अगर हो जाए शरीर में खून की कमी तो यह गंभीर बीमारियां आपको पहुंचाती हैंं नुकसान


देव श्रीवास्तव
मितौली-खीरी। एनीमिया की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत चार दिवसीय प्रशिक्षण मितौली सीएचसी के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ती और शिक्षकों को दिया जाना है। इसी अभियान के दूसरे दिन सोमवार को ब्लॉक सभागार में सामुदायिक स्वास्थ केंद्र मितौली अधीक्षक डॉ. एएन चौहान व ट्रेनर डॉक्टर राजेश वर्मा व डॉ. केके भार्गव द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्तीयों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मितौली अधीक्षक डॉ. एएन चौहान ने किशोर-किशोरियों में होने वाली इस समस्या पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ती को विस्तृत जानकारी दी और कहा कि यह कोई ऐसी समस्या या बीमारी नहीं है, जिससे घबराने की जरुरत है। बस एक गोली सप्ताह में खाकर इससे बचा जा सकता है। एनीमिया या कहे खून की कमी होने से शरीर में दर्जनों ऐसी बीमारी हो जाती हैं, जिनके उपचार के लिए आपको काफी रुपया खर्च करना पड़ता है। ऐसे में सप्ताह में सिर्फ एक गोली से ना सिर्फ किशोर-किशोरी स्वस्थ रह सकते हैं बल्कि वह तमाम बीमारियों से भी बच सकते हैं।

आयरन की गोली बचाएगी एनीमिया से

इस दौरान ट्रेनर डॉ. राजेश वर्मा व ट्रेनर डॉ. केके भार्गव ने भी आंगनबाड़ी कार्यकर्तीयों को जानकारी देते हुए बताया कि आयरन की एक गोली के सेवन से एनीमिया जैसी बीमारी से बचा जा सकता है।

गोली खाने के 1 घंटा पहले और 1 घंटे बाद न पिए चाय और कॉफी

यह गोली छात्र-छात्राओं को विद्यालय में भी खिलाई जाती है, जो किशोर-किशोरी इसे खाने से वंचित रहे, उन्हें आंगनबाड़ी कार्यकर्तीयों के द्वारा भी गोली छिलाई जा सकती है। इस गोली के सेवन के एक घंटा पहले और 1 घंटे बाद तक चाय कॉफी आदि का सेवन न करें। ऐसा करना आयरन ग्रहण करने में बाधा पहुंचाता है। एनीमिया से बचने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों का भरपूर प्रयोग खाने में करना चाहिए। नंगे पैर चलने की आदत से बचें।

पेट के कीड़े मारने की दवा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से लेकर खाएं। इन सभी उपायों से एनीमिया जैसी बीमारी से बचा जा सकता है। आरकेएसके काउंसलर शीला वर्मा ने भी आयरन की गोली के सही उपयोग के बारे में बताया। इस दौरान ऑप्टोमेट्रिस्ट अभिषेक मिश्रा व शशांक मिश्रा, एएनएम शिल्पी बाजपेई व स्टाफ नर्स सरिता मिश्रा द्वारा आंगनबाड़ियों को कार्यक्रम से संबंधित विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई।

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