वीडियो- राजनीति करो लेकिन बलात्कारियों की मदद करना बंद करो- वृंदा करात
दुष्कर्म के आरोपी चिन्मयानंद को बचाने में जुटी है प्रदेश सरकार
अमित शर्माशाहजहांपुर। पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री व भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में बुधवार को जेल भेजी गई रेप पीड़िता से मिलने शाहजहांपुर पहुंची राज्यसभा सांसद बृंदा करात ने प्रकरण पर प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा की राजनीति करो लेकिन बलात्कारियों की मदद करना बंद करो। यह बड़े शर्म की बात है कि प्रदेश सरकार और यहां के अफसर दुष्कर्म के आरोपी को बचाने में जुटे हुए है।
राज्यसभा सांसद बृंदा करात और लोकतांत्रिक महिला संघ की अध्यक्ष सुभाषिनी अली गुरुवार सुबह पीड़ित युवती के परीजनो व जेल में बंद पीड़ित युवती से मिलने पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने पीड़िता से पूरे मामले का सच जाना।
मीडिया से रूबरू होते हुए बृंदा करात ने कहा कि मामले की जांच कर रही एसआईटी द्वारा पीड़ित युवती के बयानों के बाद भी दुष्कर्म का मामला दर्ज न करना जांच में सबसे बड़ी कमी है। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद पीड़ित युवती ने 7 सितम्बर को दिल्ली पुलिस को दिए बयानों में स्वामी चिन्मयानंद पर साफ साफ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद वो रिपोर्ट यहां भेज दी गई थी। लेकिन एसआईटी ने स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज नही किया। बल्कि चिन्मयानंद को बचाने और केस को कमजोर करने के लिए 376(C) लगा दी।
उन्होंने कॉलेज प्रशासन पर मिलभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि पीड़ित युवती ने होस्टल के कमरे में चश्मा व महत्वपूर्ण साक्ष्य होना बताया था। जिसके बाद एसआईटी की निगरानी में वो सील कर दिया गया। इसके बाबजूद वो सभी साक्ष्य वहां से गायब हो गए। एसआईटी ने भी माना है कि कुछ महत्वपूर्ण साक्ष्य गायब हुए है। इससे साफ जाहिर है कि कही न कही कॉलेज प्रशासन इसके लिए जिम्मेदार है।
देखें वीडियो
https://youtu.be/Q_wIhdQ5xJo
बृंदा करात ने प्रदेश सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि पीड़ित युवती के मामले में सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है।प्रदेश सरकार और यहां के अफसर दुष्कर्म के आरोपी को बचाने में जुटे हुए है, जो कि बड़े शर्म की बात है। जबकि कुलदीप सेंगर और चिन्मयानंद प्रकरण ने उत्तर प्रदेश को देश मे बदनाम करने का काम किया है।उन्होंने कहा कि राजनीति करो लेकिन बलात्कारियों की मदद करना, पीड़ित परिवार को तंग करना और उनका मुकदमा दर्ज न करना यहां सब बंद होना चाहिए। एक तरफ दुष्कर्म पीड़ित का मुकदमा दर्ज नही किया जा रहा है तो दूसरी तरफ उसपर रंगदारी मांगने का आरोप लगा है। यह सब उसकी हिम्मत को तोड़ने के लिए किया जा रहा।उन्होंने कहा कि वो पीड़ित युवती के साथ ही और उसको न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर मदद करेंगी।
बृंदा करात ने बताया कि वो एसआईटी टीम से मिली थी और पीड़ित युवती के मामले को लेकर एक ज्ञापन भी एसआईटी को सौंपा है। जिसमे उन्होंने मांग की है कि आरोपी चिन्मयानंद के खिलाफ 376(1),376(2),(f),(k),(n) के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए, साथ ही सील कमरे से चश्मा व महत्वपूर्ण साक्ष्य गायब करने को लेकर कॉलेज प्रशासन और चिन्मयानंद के खिलाफ 201 के तहत एफआईआर दर्ज की जाए।
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