कमलेश तिवारी की हत्या से आक्रोशित अधिवक्ता न्यायिक कार्य से रहे विरत, हिंदू संगठनों ने किया प्रदर्शन
देव श्रीवास्तव / मोहम्मद नफीस
लखीमपुर-खीरी। हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के बाद पनपा आक्रोष शनिवार को लखीमपुर में भी नजर आया। हिंदू संगठन सड़क पर उतर आए। हत्याकांड को लेकर जमकर नारेबाजी की गई। संगठनां ने मुख्यमंत्री व राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर हत्याकांड के खुलासे व हत्यारों पर सख्त कार्रवाई सहित परिवार की सुरक्षा आदि की मांग रखी।
हिंदू समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष अनुज शुक्ला के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने घटना पर आक्रोष जताया। संगठन के कार्यकर्ताओं ने शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरकर हत्याकांड की निंदा की। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कमलेश तिवारी के परिजनों व शुभचिंतकों से मुलाकात करने, एसआईटी व एनआईए से जांच कराने, परिजनों की 48 घंटे में सुरक्षा सुनिश्चित करने, परिवार को उचित मुआवजा दिए जाने, कमलेश तिवारी के ज्येष्ठ पुत्र सत्यम तिवारी को सरकारी नौकरी दिए जाने, कमलेश तिवारी के परिजनों को आत्मरक्षार्थ शस्त्र अनुमति दिए जाने, सरकारी योजना के अंतर्गत आवास दिए जाने व सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किए जाने आदि की मांग की। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि उचित कार्रवाई न हुई तो उग्र आंदोलन होगा और उससे होने वाली क्षति की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
अधिवक्ताओं में भी दिखी नाराजगी
जिला अधिवक्ता संघ लखीमपुर द्वारा कमलेश तिवारी की हत्या पर गहरा रोष व्यक्त किया गया। अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे। अधिवक्ताओं ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार के हाथ से कानून व्यवस्था निकल चुकी है। इससे पहले अधिवक्ता मेरठ निवासी मुकेश शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था कायम करने में नाकाम है। यही कारण है कि लगातार ऐसी जघन्य हत्यायें हो रही हैं और सरकार सिर्फ जांच कर कार्रवाई करने की बात कहती रहती है। अधिवक्ता संघ के आवाहन पर लखीमपुर के अधिवक्ता शनिवार को न्यायिक कार्य से विरत रहे। उन्होंने मांग की कि दोनों ही घटनाओं के हत्यारों को सरकार कठोर से कठोर सजा दिलाए। साथ ही दोनों परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए। अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो अधिवक्ता विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान अधिवक्ता संघ के जिलाध्यक्ष रमेश कुमार वर्मा, महामंत्री अश्वनी कुमार मिश्र, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश कुमार शुक्ला, कनिष्ठ उपाध्यक्ष रमेश कुमार मौर्या, कोषाध्यक्ष घनश्याम द्विवेदी, संयुक्त मंत्री नवल किशोर श्रीवास्तव, संजय कुमार, कुलंवत सिंह, मोहम्मद नफीस अहमद, मोहम्मद इजराइल खां, नीरज मिश्र, राजेश कुमार, लोकेश कुमार गुप्ता व अशरफ अली सहित सैकड़ों अधिवक्ता मौजूद रहे।
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