भारत के लिए एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली का निर्माण शुरू, इस देश से हुआ है समझौता
केडीएस न्यूज़डेस्क
अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारत के लिए रूस एक अच्छी खबर है। जैसा कि सभी जानते हैं कि रूस भारत का मित्र देश है और ऐसे में भारत के व्यापारिक रिश्ते भी रूप से खासे मजबूत है इन्हीं व्यापारी रिश्तों के चलते भारत सरकार द्वारा रूस से आधुनिक हथियारों की खरीद की जा रही है। जिससे भारत अब और मजबूत होता जा रहा है। इसी कड़ी में जमीन से हवा में मार करने वाली आधुनिक मिसाइल एस-400 भारत की वायु रक्षा मिसाइलों में शामिल होने वाली है। इसकी सभी 5 इकाइयों की आपूर्ति 2025 तक रूस द्वारा कर दी जाएगी। इसी के साथ कई और आधुनिक हथियार भारत की सेना को मिलने जा रहे हैं।आकाशवाणी समाचार सेवा प्रभाग द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित हुई हैं यह खबर
रूस ने भारत के लिए सतह से हवा में मार करने वाली लंबी दूरी की एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली का निर्माण शुरू कर दिया है। इस प्रणाली की सभी पांच इकाइयों की वर्ष 2025 तक आपूर्ति कर दी जाएगी।रूसी मिशन उप प्रमुख रोमन बाबुश्किन ने कहा कि भारत के लिए हल्के सैन्य हैलीकॉप्टर कामोव के संयुक्त निर्माण के लिए जल्दी ही अनुबंध को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। श्री बाबुश्किन कल रूस के राजदूत निकोलइ कुदाशेव के साथ नई दिल्ली में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना को इस वर्ष पांच हजार क्लाश्निकोव राइफलों का पहला बैच उपलब्ध करा दिया जाएगा। इन्हें संयुक्त उपक्रम के तहत भारत में तैयार किया जाएगा।
एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली को विश्व की सर्वोत्तम प्रणालियों में एक बताते हुए उन्होंने कहा कि इनसे भारत का वायु रक्षा तंत्र और मजबूत होगा। भारत ने अक्तूबर, 2018 में इस मिसाइल प्रणाली की खरीद के लिए पांच अरब डॉलर के सौदे पर हस्ताक्षर किए थे।
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