मुल्क व मां को बदला नहीं जाता और मां किसी को बेदखल नहीं करती- तेजस्वी यादव

मुल्क व मां को बदला नहीं जाता और मां किसी को बेदखल नहीं करती- तेजस्वी यादव


केडीएस न्यूज़डेस्क
दिल्ली- एनआरसी और सीएए को लेकर चल रही राजनीतिक जंग हर रोज कुछ नया करती है। दिल्ली में चुनाव के तैयारी के बीच बिहार में भी एनआरसी और सीएए पर राजनीति को हवा दी गई है। यहां तेजस्वी यादव ने मोदी, शाह और नीतीश कुमार को ही सीएए एनआरसी और एनपीआर बता डाला। बिहार में लालू यादव की पार्टी द्वारा नागरिकता संशोधन बिल के विरुद्ध एक जनसभा का आयोजन किया गया था।
बिहार की राजनीति में उठापटक शुरू हो गई है। यह चुनाव आने की सुगबुगाहट है ऐसे में कोई भी पार्टी अपने वोट बैंक को बढ़ाने के लिए कोई कोर कसर छोड़ना नहीं चाहती। यही कारण रहा कि लालू यादव की पार्टी द्वारा बिहार के अररिया के अररिया कॉलेज स्टेडियम एक प्रतिरोध सभा का आयोजन किया गया। जिसमें तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार सहित मोदी और अमित शाह पर भी तंज कसे विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा मुल्क व मां को बदला नहीं जाता और मां किसी को बेदखल नहीं करती, हमारे पुरखों ने देश की आजादी और मुल्क बनाने में अनेकों कुर्बानियां दी हैं वह यहीं पैदा हुए और यही दफनाए गए लेकिन गोडसे के वंशज या नहीं जानते! उन्होंने इस सभा में उमड़े जनसैलाब को धन्यवाद करते हुए कहा कि बिहार विश्वासघातियों और दंगाइयों को फिर कड़ा सबक सिखाएगा। उन्होंने कहां की बिहार की जनता सब कुछ समझ चुकी है आने वाले चुनाव में बिहार की जनता ही नितेश मोदी और शाह को सबक सिखाएगी। उनके निशाने पर एनआरसी और सीएए रहा साथ ही उन्होंने बेरोजगारी महंगाई और अर्थव्यवस्था पर भी सरकार को घेरा। बढ़ती महंगाई पर उन्होंने कहा कि आज सरकार का महंगाई पर कोई नियंत्रण नहीं है और इसके बावजूद सरकार तरह-तरह के कानून बनाकर लोगों को परेशान कर रही है। केंद्र की सरकार ने हमेशा लोगों को लाइनों में ही खड़ा किया है। इस प्रतिरोध सभा में हजारों की संख्या में जनसैलाब उमड़ा था ऐसे में गदगद हुए तेजस्वी यादव ने जहां हाथ जोड़कर सबका अभिवादन किया। वहीं इसी जनसैलाब के बल पर बिहार में बदलाव की बात कही। तेजस्वी यादव ऐसा कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहते जिससे आने वाले चुनाव में उनकी पार्टी को कोई भी खामियाजा भुगतना पड़े। बिहार में भी जल्द ही चुनाव का बिगुल फूंकने वाला है शायद यही कारण है कि बिहार में भी राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है।

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