चीतल के दो शिकारी खाबड़ सहित हुए गिरफ्तार

चीतल के दो शिकारी खाबड़ सहित हुए गिरफ्तार


नवीन गुप्ता
सिंगाही खीरी। लखीमपुर खीरी के पलिया के अंतर्गत दिनांक 17 जनवरी को दुधवा टाइगर रिजर्व की दुधवा रेंज की सोनहा बीट के कक्ष संख्या 7 में वन कर्मियों को पेट्रोलिंग के दौरान चीतल का शिकार करने के उद्देश्य से खाबड़ लगाकर हांका लगा रहे दो शिकारियों दिखाई पड़े, जिन्हें वन कर्मियों ने घेराबंदी कर मौके पर जंगल में ही पकड़ लिया। पकड़े गए अभियुक्तों में प्रताप सिंह पुत्र बृजलाल निवासी ध्यानपुर थाना चंदन चौकी व कढेराम पुत्र बहादुर को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की सुसंगत धाराओं में जेल भेज दिया गया है। बताते चलें कि इस समय दिनरात्रि की सुनियोजित गश्त एमस्ट्राइप्स के माध्यम से की जा रही है।संवेदनशील स्थानों पर एसटीपीएफ की तैनाती की गई है, तथा सुरक्षा दल द्वारा भी औचक छापेमारी की जा रही है एवं गाड़ाबंदी की जा रही है। किसी भी दशा में अभियुक्तों को बक्शा नहीं जाएगा। ऐसा उपनिदेशक दुधवा टाइगर रिजर्व का कहना है। इस केस से सम्बन्धित अभियुक्त कढ़ेराम एक अन्य वन अपराध में कुछ महीने पहले ही जेल से छूट कर आया था। गश्ती दल की टीम में सोबरन लाल प्रभारी क्षेत्रीय वन अधिकारी ओमप्रकाश सिंह वन दरोगा व विपिन कुमार श्रीवास्तव सम्मिलित थे।

दुधवा में बढ़ी है शिकारियों की आमद

दुधवा नेशनल पार्क के अधिकारियों द्वारा लगातार गस्त को बढ़ाकर वन्य जीव जंतुओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं परंतु इन दिनों दुधवा के जंगलों में शिकारियों की आमद बढ़ गई है। कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें गश्ती दल द्वारा शिकारियों को पकड़ा गया है यह कोई बहुत बड़े लेबल पर तस्करी करने वाले तस्कर नहीं है। इनमें से कई ऐसे हैं जो पड़ोस के गांवों में रहते हैं और जंगली मुर्गा या चीतल का शिकार इसलिए करते हैं कि वह उसे अपने भोजन में शामिल करना चाहते हैं परंतु वन्य जीव अधिनियम के तहत यह अपराध की श्रेणी में आता है ऐसे में इनके खिलाफ वन विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है।

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