तिकुनिया हिंसा मामला- जमानत के बाद जेल से बाहर निकला केंद्रीय मंत्री का बेटा आशीष मिश्रा

तिकुनिया हिंसा मामला- जमानत के बाद जेल से बाहर निकला केंद्रीय मंत्री का बेटा आशीष मिश्रा




आनंद तिवारी केडीएस न्यूज़ नेटवर्क
लखीमपुर खीरी। तिकुनिया हिंसा के मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष मिश्रा मोनू मंगलवार शाम रिहा हो गया है। आशीष 129 दिन बाद जेल से निकला है। सोमवार को आशीष मिश्रा को जमानत मिलने के बाद से ही आशीष मिश्रा के जेल से निकलने को लेकर जेल के मेन गेट पर मीडिया का जमावड़ा लगा हुआ था। जिसे देखते हुए मोनू को पिछले गेट से बाहर निकाला गया। मोनू एसयूवी गाड़ी से अपने घर पहुंचा। इस दौरान मीडिया के सवालों से बजता हुआ मोनू निकल गया।

बीती 3 अक्टूबर 2021 को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निघासन आगमन को लेकर किसान 3 कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे इसी दौरान आशीष मिश्रा पर आरोप है कि वह अपने काफिले के साथ किसानों के प्रदर्शन को रोकने के लिए गए थे इसी दौरान उन्होंने थार गाड़ी से किसानों को कुचल दिया था इस घटना में 5 किसानों की मौत हुई थी वहीं कई किसान गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिसके बाद आक्रोशित किसानों ने तीन भाजपा कार्यकर्ताओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद मामले में एसआईटी का गठन हुआ और जांच के लिए आशीष मिश्रा को बुलाया गया और उसके बाद आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया था करीब 129 दिन से आशीष मिश्रा उर्फ मोनू जेल में बंद था।  

हम आपको बता दें कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टैनी का बेटा आशीष मिश्रा तिकुनिया में किसानों को अपनी गाड़ी से कुचलने का मुख्य आरोपी है हिंसा के बाद से आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था तब से आशीष लखीमपुर जिला कारागार में बंद था वह कोर्ट से जमानत मिलने के बाद मंगलवार को जेल से बाहर आया।

सोमवार को जिलाजज ने प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए आशीष के वकील को 3 लाख के दो जमानतदार और इतनी ही धनराशि के दो निजी मुचलके दाखिल करने का आदेश दिया था। जिस पर आशीष मिश्रा के अधिवक्ता अवधेश सिंह ने न्यायालय की प्रक्रिया पूरी करते हुए जमानत दाखिल कर दी थी। जिसके बाद मंगलवार शाम आशीष मिश्रा को जेल से बाहर निकाला गया।

9 अक्टूबर को गिरफ्तार हुआ था आशीष

किसानों को अपनी गाड़ी से कुचलने के दोषी आशीष मिश्रा को SIT ने 9 अक्टूबर को पूछताछ के लिए पुलिस लाइन स्थित क्राइम ब्रांच बुलाया था। जहां करीब 12 घंटे की पूछताछ के बाद आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया था। तभी से आशीष लखीमपुर जेल में बंद था। जेल में आशीष को एक विशेष वर्ग की सेल में रखा गया था। यहां पर अन्य कैदियों का जाना मना था। जेल प्रशासन का कहना है कि यह सब सुरक्षा के लिहाज से किया गया था। 10 फरवरी को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आशीष को जमानत दी थी। इसके बाद संशोधित जमानत ऑर्डर 14 फरवरी को जारी किया गया।

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