पयजामा-धाेती उठाकर मंदिर से निकलने की जद्दोजहद करते दिखे श्रद्धालु
चेयरपर्सन मौनी और भाजपा के प्रति दिखी नाराजगी
शिरीष श्रीवास्तव
लखीमपुर खीरी। शहर को संकटों की धार से उबारने के लिए मां संकटा देवी मंदिर की स्थापना की गई थी। यहां श्रद्धालू भक्ति की वैतरणी में गोते लगाते हैं। मगर बुधवार को नगर पालिका के विकास की धार पूजा कक्ष तक पहुंच गई। पूजा की थाली को छोड़ भक्तजन पयजामा उठाये इस वैतरणी को पार करते नजर आए।
गौरतलब रहे कि इस साल जबकि बारिश नहीं हुई थी तब भी शहर के तमाम मोहल्ले जलभराव से जूझ रहे थे। लोग सवाल उठा रहे थे कि यदि बारिश हुई तब हाल क्या होगा। जब नगर पालिका चेयरपर्सन और ईओ के "श्रीमुख" से कोई जवाब नहीं फूटा तो खुद बारिश ने "प्रैक्टिकली" इसका जवाब दे दिया। बुधवार को शहर में पहली बारिश हुई। करीब दो घंटे हुई बारिश ने गली मोहल्लों में पानी की धार बहा दी। इस कदर जलभराव हुआ कि लोगों के घरों के भीतर तक पानी पहुंच गया।
यहां तक तो गनीमत थी। मगर माहौल तब बदला जब बरसात से नाला-नाली उबराने के बाद गंदा पानी संकटा देवी मंदिर परिसर काे जलमग्न करता हुआ पूजा कक्ष तक पहुंच गया। बदकिस्मत श्रद्धालू पूजा करने पहुंचे। बारिश शुरू हुई तो श्रद्धालु पहले तो मंदिर हाल की शरण लिए। मगर उन्हें नहीं पता था कि थोड़ी देर में यहां जबरदस्त पानी जमा होने वाला है। दो घंटे की बारिश के बाद जंघे तक पानी पहुंच गया। तब श्रद्धालु पयजामा और धोती उठाए मंदिर परिसर से बाहर निकलने की जद्दोजहद करते नजर आए।
इस घटना से लोगों में नगर पालिका अध्यक्षा निरूपमा "मौनी" बाजपेई के प्रति खासी नाराजगी दिखी। लोगों ने सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट किए। इतना ही नहीं उन्हें चेयरमैन का टिकट देने वाली भाजपा पर भी आंखें बंद करने का आरोप लगाया। लोगों ने कहा कि विकास की बात कहने वाले भाजपाई क्यों अनदेखी करने वाली चेयरपर्सन के कार्यकाल की जांच कराकर उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करते?
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