आदर्श माँ लक्ष्मी धर्मार्थ होम्योपैथिक अस्पताल में 75 वां स्वतंत्रता दिवस

आदर्श माँ लक्ष्मी धर्मार्थ होम्योपैथिक अस्पताल में 75 वां स्वतंत्रता दिवस

आजादी का अमृत महोत्सव धूमधाम से मनाया गया

Dev nandan srivastava
लखीमपुर खीरी।15 अगस्त सोमवार को संस्था आदर्श माँ लक्ष्मी धर्मार्थ होम्योपैथिक अस्पताल लखीमपुर खीरी में 76 वाँ स्वतंत्रता दिवस व आजादी का अमृत महोत्सव धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें संस्था मुख्यालय मोतीलाल मेमोरियल सोसायटी के उपाध्यक्ष केशव प्रसाद व संयुक्त मंत्री प्रताप सिंह व अन्य अतिथिगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्था के सचिव मनोज गुप्ता ने उपस्थित अतिथियों का फूल व गुलदस्ता देकर स्वागत किया व अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन प्रभारी डा0 अखिल कुमार ने किया कार्यक्रम में ध्वजारोहण उपस्थित अतिथि केशव प्रसाद व प्रताप सिंह ने किया साथ ही राष्ट्रीय पिता महात्मा गांधी की फोटो पर माल्यार्पण किया। जिसमें उपस्थित अन्य अतिथियों ने भी भाग लिया। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने अमृत महोत्सव के पावन अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व देश की आजादी में योगदान देने वाले अमर शहीदों को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की कार्यक्रम में एषिका गुप्ता ने स्वरचित कविता देश की आजादी में शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि पर प्रस्तुत की अंत में संस्था प्रभारी डा0 अखिल कुमार ने अपने विचार व्यक्त कर उपस्थित अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का सफल समापन किया।

हम क्या जाने क्या है आजादी, 
हमने कौन सा अंग्रेजों का हंटर खाया है।
आजादी की कीमत उनसे पूछो, 
जिन्होंने इसके लिए सब कुछ गवाया है।
आजादी की कीमत तो उनसे पूछो,
जिन्होंने हर कदम पेहरा देखा है। 
आजादी की कीमत तुम उनसे पूछो,
जिन्होंने घना अंधेरा देखा है। 
आजादी की कीमत अब उनसे पूछो, 
बटवारे ने जिनका घर तोड़ा था।
आजादी की कीमत उनसे पूछो,
जिन्होंने देश के लिए अपना ही घर छोड़ा था। 
आजादी की कीमत तो उनसे पूछो, 
जिन्होंने अपने पूत खोए थे।
आजादी की कीमत तुम उनसे पूछो, 
जो हंसते-हंसते मौत की नींद सोए थे।
आजादी की कीमत तो उनसे पूछो,
जिन्होंने बेटे की मौत पर जय-हिंद का नारा लगाया
आजादी की कीमत उनसे पूछो, 
जिन्होंने पहली बार तिरंगा फहराया था।
अरे हमने क्या किया आजादी के लिए,
बस पुरखों से विरासत में पाई है।
आजादी की कीमत बस उनसे पूछो,
जिन्होंने इसकी कीमत चुकाई है।

                            एषिका गुप्ता

टिप्पणियाँ