पंडित दीनदयाल विद्यालय के वार्षिकोत्सव में पहुंची आनंदीबेन पटेल ने मेधावी छात्र छात्राओं को किया सम्मानित
पंडित दीनदयाल विद्यालय के वार्षिकोत्सव में पहुंची आनंदीबेन पटेल ने मेधावी छात्र छात्राओं को किया सम्मानित
देव नन्दन श्रीवास्तव
लखीमपुर खीरी, 20 नवम्बर। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल रविवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के वार्षिक उत्सव में शामिल होने लखीमपुर पहुंची जहां उनके द्वारा हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के मेधावी छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया।
रविवार को प्रातः 11ः30 बजे सनातन धर्म सरस्वती विद्या मन्दिर बालिका इण्टर कॉलेज, मिश्राना, पं दीनदयाल उपाध्याय सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज (यू.पी. बोर्ड) एवं पं दीनदयाल उपाध्याय सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज (सी.बी.एस.ई. बोर्ड) उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में सत्र 2021-22 में हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में विद्यालयों में टॉप-10 छात्र/छात्राओं के उत्साहवर्धन हेतु पं. दीनदयाल उपाध्याय सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज (यू.पी. बोर्ड) उदयपुर, लखीमपुर-खीरी के प्रांगण में ’’संयुक्त मेधा अलंकरण एवं वार्षिकोत्सव समारोह’’ का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ राष्ट्रगान, दीप प्रज्ज्वलन, पुष्पार्चन एवं ज्ञानदायिनी मां सरस्वती की वन्दना से हुआ। श्री शेषधर द्विवेदी जी ने मंचासीन अतिथि महानुभावों का परिचय कराया एवं श्री रवि भूषण साहनी जी ने विद्यालयों की संक्षिप्त आख्या प्रस्तुत की।
मेधा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश आनन्दीबेन पटेल जी एवं विषिष्ट अतिथि कि रूप में षिव कुमार जी, राष्ट्रीय मंत्री, विद्या भारती उपस्थित रहकर छात्र/छात्राओं का उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्षन किया।
मा0 आनन्दी बेन पटेल जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस समय देश में शिक्षा की वर्तमान दशा संस्कार विहीन है लेकिन ऐसे समय में विद्या मन्दिर इसे संस्कार युक्त बना रहे हैं, शिक्षा के माध्यम से ही योग्य समर्पित नागरिक बनता है। अभिभावकों को भी अपने पाल्यों की शिक्षा पर ध्यान देना चाहिये, यह अभिभावकों का बच्चों के प्रति दायित्व है, क्योंकि परिवारों में संस्कारक्षम वातावरण बनाना हम सबका कर्तव्य है। अध्यापकों को नवीन षिक्षा प्राणाली के अनुसार बच्चों के सर्वागीण विकास पर ध्यान देना चाहिए। उन्होने तकनीकी शिक्षा एवं वैष्विक स्तर की षिक्षण व्यवस्था पर विषेष बल दिया। उन्हाने कार्यक्रम व्यवस्था एवं अनुषासन की मुक्त कण्ठ से प्रषंसा की।
शिव कुमार जी ने बताया कि षिक्षा के साथ संस्कार एवं अनुषासन विद्या भारती की विषेषता है। विद्या भारती के पूर्व छात्र सम्पूर्ण भारत में विषिष्ट स्थानों पर सफलतापूर्वक राष्ट्र की उन्नति में सहभागी बन रहे हैं। उन्होने सभी छात्र भैया एवं छात्रा बहनों को को लक्ष्य निर्धारित कर पूर्ण मनोयोग से प्रयास करने का आहवाहन किया साथ ही उन्होने आत्म-मूल्यांकन पर विषेष बल दिया। उन्होने कहा कि अध्यापक तथा अभिभावक मिलकर भैया/बहनों को योग्य नागरिक बनावें जिससे भारत पुनः विष्वगुरु के रूप में स्थापित हो।
प्रत्येक विद्यालय में हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर विद्यालय का गौरवान्वित करने वाले छात्रों को गोल्ड मेडल एवं प्रषस्ति पत्र एवं अन्य सर्वश्रेष्ठ 9 स्थानों पर रहने वाले छात्रों को सिल्वर मेडल एवं प्रषस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
सनातन धर्म सरस्वती विद्या मन्दिर बालिका इण्टर कॉलेज में इण्टरमीडिएट में सर्वाधिक अंक हेतु अंजली सिंह कुषवाहा एवं हाईस्कूल परीक्षा में सर्वाधिक अंक हेतु शैलजा दीक्षित को, पं. दीनदयाल उपाध्याय सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज (यू.पी. बोर्ड) में इण्टरमीडिएट में सर्वाधिक अंक हेतु विनीत कुमार राजपूत एवं हाईस्कूल परीक्षा में सर्वाधिक अंक हेतु अनिकेत प्रजापति को, पं दीनदयाल उपाध्याय सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज (सी.बी.एस.ई. बोर्ड) में इण्टरमीडिएट में सर्वाधिक अंक हेतु विनय पटेल एवं हाईस्कूल परीक्षा में सर्वाधिक अंक हेतु प्रषान्तदीप वर्मा को माननीय राज्यपाल महोदया द्वारा गोल्ड मेडल देकर प्रोत्साहित किया गया।
तीनो ही विद्यालयों के 6-6 आचार्य/आचार्याओं को उनके सर्वश्रेष्ठ योगदान हेतु सम्मानित किया गया। साथ ही विद्यालयों के कार्यालय स्टॉफ एवं कर्मचारियों में से भी विषिष्ट कार्य हेतु 3 कार्यालय स्टाफ एवं 9 कर्मचारियों को भी पुरस्कृत किया गया।
विद्यालयों में विविध क्षेत्रों जैसे -विज्ञान, संगीत, खेलकूद आदि में विषिष्ट योगदान देने वाले तथा विद्या भारती की विविध प्रतियोगिताओं में राष्ट्रीय स्तर पर स्थान प्राप्त कर विद्यालयों को गौरवान्ति करने वाले 24 छात्र/छात्राओं को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। विद्यालय में गत तीन वर्षों से निरन्तर शत प्रतिषत उपस्थित रहने वाले 1 छात्र को विषिष्ट पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर छात्र/छात्राओं द्वारा अनेक मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन एवं गीत प्रस्तुत किए गये। छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सजीव हनुमान चालीसा कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही।
कार्यक्रम का कुषल संचालन श्री शेषधर द्विवेदी जी, श्री सर्वेन्द्र अवस्थी जी एवं श्रीमती मदाकिनी मिश्रा जी द्वारा किया गया। कार्यक्रम को विषिष्ट अतिथियों, नगर के गणमान्य नागरिकों, अभिभावकों तथा छात्र/छात्राओं ने अपनी उपस्थिति से सफल बनाया।
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