रोजगार देने वाला महिंद्रा स्किल डेवलपमेंट छीन रहा आधा दर्जन कर्मचारियो का रोजगार

रोजगार देने वाला महिंद्रा स्किल डेवलपमेंट छीन रहा आधा दर्जन कर्मचारियो का रोजगार

सरोज शुक्ला 
लखीमपुर खीरी। कौशल विकास केंद्र के अंदर लोगों को रोजगार देने के तमाम अवसर प्रदान किए जा रहे हैं, परंतु इस दौरान ऐसा भी कुछ हो रहा है जिसे आप जानकर हैरान हो जाएंगे। हमेशा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कौशल विकास केंद्र को चलाने वाली एक संस्था जिसे महिंद्रा स्किल डेवलपमेंट के नाम से हम जानते हैं। उसके द्वारा जो कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। वह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है। यहां पर तैनात तमाम कर्मचारी जो अपने काम में पूरी तरह से निपुण हैं और उनके द्वारा संस्था द्वारा दिए गए सभी टारगेट को पूर्ण किया गया है। उसके बावजूद संस्था द्वारा इनके साथ अनदेखी की जा रही है और इसका पर्याय यह बना है कि करीब 3 माह की सैलरी इन कर्मचारियों को नहीं दी गई है और जब इन कर्मचारियों द्वारा अपने वेतन की मांग की गई तो संस्था के कुछ अधिकारियों द्वारा इन सभी पर ऐसे आपत्तिजनक आरोप लगाए गए जिन से इनका कोई लेना देना नहीं है, परंतु इन आरोपों को आधार बनाकर यह कर्मचारी के अधिकारी कंपनी की नीतियों के विपरीत इन सभी कर्मचारियों को कार्यो को देखते हुए इन सभी का शोषण कर रहे हैं। यह बात तब सामने आई जब कर्मचारियों को करीब 3 माह का वेतन नहीं दिया गया‌। जब कर्मचारियों द्वारा अपने वेतन की मांग कंपनी के अधिकारियों से की गई तो उन्होंने इस पूरे प्रकरण में तमाम अनावश्यक आरोप लगाते हुए इन कर्मचारियों को अलग-अलग प्रदेशों में स्थानांतरण करने का आदेश जारी कर दिया है। इस मामले में महिंद्रा स्किल डेवलपमेंट के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारियों द्वारा इस बात पर खासा आक्रोश जताया गया कि उनके द्वारा किए गए, कार्यों की अनदेखी करते हुए कंपनी के अंतर्गत कार्यरत कुछ अधिकारियों द्वारा अनावश्यक रूप से इनका दोहन करते हुए उनकी सेवाओं की अनदेखी करते हुए अपनी मनमानी की जा रही है। इस मामले में शायद अभी भी महिंद्रा स्किल डेवलपमेंट के उच्चाधिकारियों को इस बात की जानकारी नहीं होगी कि लखीमपुर खीरी में तैनात कर्मचारियों के साथ कुछ प्रदेश स्तरीय अधिकारियों द्वारा मनमानी करते हुए इन पर नौकरी छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है। इसके लिए उनका जिले से ही नहीं बल्कि प्रदेश स्तर पर स्थानांतरण किया जा रहा है। महिंद्रा स्किल डेवलपमेंट में तैनात प्रबंधक व उप शाखा प्रबंधक द्वारा कोरोना काल में भी संस्था के प्रति पूर्ण ईमानदारी का परिचय दिया गया था। शायद यही कारण था कि इस दौरान संस्था के तमाम स्टूडेंट कोरोना के दौरान सरकारी व निजी संस्थानों में अपनी सेवाओं को दे रहे थे परंतु इसके विपरीत प्रदेश स्तर पर तैनात कुछ अधिकारियों द्वारा महिंद्रा स्किल डेवलपमेंट की मूल भावना को आहत करते हुए और उसकी अनदेखी करते हुए इन कर्मचारियों का दोहन किया जा रहा है। इसका जिम्मेदार आखिर कौन है। इसकी जांच आज महिंद्रा स्किल डेवलपमेंट के उच्च अधिकारियों को करने की आवश्यकता है। तमाम ऐसी परिस्थितियां आज बन चुकी है जिसके कारण सिर्फ प्रबंधक कि नहीं उप शाखा प्रबंधक सहित महिंद्रा स्किल डेवलपमेंट के अंतर्गत तैनात सभी कर्मचारी एक साथ अपना सामूहिक इस्तीफा देने को मजबूर हैं। हम आपको या अभी याद दिला देगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्किल डेवलपमेंट को एक नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए महिंद्रा का भी साथ लिया गया था, परंतु इसके बावजूद कुछ प्रदेश स्तरीय अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं जिसका फल यह निकल रहा है कि न सिर्फ यह एक पूरा कार्यक्रम फेल होने की कगार पर है बल्कि यह सभी कर्मचारी जिन्होंने अभी तक अपना पूर्ण योगदान अपनी निष्ठा और ईमानदारी से दिया था। यह सभी एक साथ इस्तीफा देने को मजबूर हो गए हैं। जहां एक तरफ रोजगार को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश की सरकार और केंद्र सरकार लगातार प्रयासरत है‌ वहीं कुछ ऐसे कर्मचारी या अधिकारी इस कंपनी में मौजूद हैं जो ना सिर्फ कंपनी की मूलभूत भावना को क्षत-विक्षत करने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं वह सभी केंद्र सरकार और राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना जिसे कौशल विकास के नाम से हम जानते हैं। उसे भी पूरी तरह से फेल करने की कोशिश में लगे हुए हैं। इन अधिकारियों पर अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई तो न सिर्फ महिंद्रा स्किल डेवलपमेंट के कर्मचारियों का आर्थिक नुकसान होगा बल्कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में कार्यरत तमाम ऐसे कर्मचारियों को भी नुकसान होगा जो अपना भविष्य महिंद्रा स्किल डेवलपमेंट के अंतर्गत तलाश रहे थे इस मामले में महिंद्रा स्किल डेवलपमेंट के उच्च अधिकारियों को जांच करने की आवश्यकता है और निश्चित तौर पर उन कर्मचारियों और अधिकारियों को ढूंढने की जरूरत है, जो इस पूरे ही कार्यक्रम को अपने स्वार्थ के लिए गर्त में डालने की कोशिश कर रहे हैं।

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