जमा नहीं हुई फीस तो विद्यालय प्रबंधन ने नहीं दिया प्रवेश पत्र
डाटा डिलीट होने से छात्रा का साल हुआ बर्बाद
संवाददाता लखीमपुर खीरी
अमृत विचार : बुधवार की शाम तक प्रवेश पत्र न मिलने से परेशान एक दसवीं का छात्र और विद्यालय की गलती से डाटा डिलीट हो जाने और बोर्ड से प्रवेश पत्र न आने का मामला संज्ञान में आने के बाद डीआईओएस दफ्तर में हड़कंप मच गया। बताते हैं कि एक बच्चे की साल भर से ज्यादा की फीस बाकी थी इसके चलते उसका प्रवेश पत्र नहीं दिया गया। वहीं छात्रा के मामले डीआईओएस ने विद्यालय प्रबंधन को जमकर फटकारा और दोनों पक्षों से वार्ता करने की बात कही। वार्ता से पीड़ित पक्ष संतुष्ट न होने पर एफआईआर और जेल तक भेजने की बात कही है।
आज यानी गुरुवार से यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होनी है। ऐसे में अभी तक बच्चों को प्रवेश पत्र न दिया जाना भी कहीं न कहीं लापरवाही को दर्शा रहा है। बता दें कि दतेली कला निवासी अनुज अवस्थी के पुत्र सुवेश अवस्थी सिटी मांटेसरी इंटर कालेज में दसवीं का छात्र है। बताते हैं कि किहीं कारणवश विद्यालय की फीस नहीं जमा हो सकी। जिस पर कालेज के प्रबंधक विशाल सेठ ने प्रवेश देने से मना कर दिया। इस बात की शिकायत लेकर जब छात्र डीआईओएस के सामने गया तो पीड़ा सुनकर डीआईओएस महेंद्र प्रताप सिंह ने विद्यालय के प्रबंधक से बात की और बीच का समाधान निकालने का आदेश दिया। इस पर विशाल सेठ ने कुछ फीस जमा कर प्रवेश पत्र दे देने को कहा है। विशाल सेठ ने बताया कि उक्त छात्र पर करीब 24 हजार रुपए बकाया है। वहीं दूसरा मामला पीके इंटर कालेज दरियाबाद थाना भीरा निवासी कक्षा दस की छात्रा सानिया राठौर ने अपना दाखिला करवाया था। दसवीं में प्रवेश भी दिया गया लेकिन जब पेपर देने की बात हुई तो ठीक एक दिन पहले तक उसका प्रवेश पत्र नहीं दिया गया। कई बार छात्रा स्कूल भी गई लेकिन किसी ने उसकी एक भी न सुनी। कई बार दौड़ लगाने के बाद परेशान छात्रा सानिया अपने पिता के साथ जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पहुंची जहां पर पूरा वाकया सुनने के बाद डीआईओएस ने स्कूल प्रबंधक को जमकर फटकार लगाई। वहीं कोई रास्ता न निकलने पर एफआईआर के साथ ही विद्यालय को सीज करने की चेतावनी दी। जिस पर दोनों के बीच इस बात पर समझौता हुआ कि कालेज प्रबंधन इंटर तक की फीस नहीं लेगा।
इनसेट
हमेशा सुर्खियों में रहा है सिटी मांटेसरी इंटर कालेज
शहर के बीचों बीच स्थित सिटी मांटेसरी इंटर कालेज हमेशा सुर्खियों में बना रहता है। हाल ही में उक्त विद्यालय में मारपीट का मामला हुआ था। बताते हैं कि नशे में धुत कुछ बाहरी लड़कों ने मारपीट की थी जबकि मसला कुछ और ही था। अब फीस के नाम पर बच्चे को प्रताड़ित करने और प्रवेश न देकर परीक्षा से वंचित करने का मामला आया हैं। हालांकि डीआईओएस द्वारा फटकार लगाए जाने के बाद विद्यालय प्रबंधक मसले को सुलटाने में लगा हुआ है।
वर्जन
दो दिनों से प्रवेश पत्र न मिलने के तमाम मामले संज्ञान में आ रहे है। जिनका शत प्रतिशत समाधान भी कराया जा रहा है। विद्यालय प्रबंधकों बच्चों के अभिभावकों से कुछ फीस और कुछ समय देकर प्रवेश पत्र दे। बच्चे का साल बर्बाद न हो इसका ख्याल रखें अन्यथा की दृष्टि में एफआईआर और विद्यालय सीज करने की कार्र्वाई की जाएगी।
महेंद्र प्रताप सिंह
डीआईओएस
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