अवैध रूप से चल रहीं बसों को बंद कराने के लिए पहले भी हड़ताल कर चुके हैं बस यूनियन के नेता 

अवैध रूप से चल रहीं बसों को बंद कराने के लिए पहले भी हड़ताल कर चुके हैं बस यूनियन के नेता 

अवैध बस स्टैंड बंद नहीं करा पा रहे परिवहन और पुलिस विभाग के अधिकारी 
खीरी पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से हो रहा लाखों का नुकसान 
 
देव नन्दन श्रीवास्तव 
लखीमपुरखीरी। जिले में प्राइवेट डग्गामारी और अवैध बस स्टैंड की प्रथा पर अंकुश नहीं दिख रहा है।यूपी के मुख्यमंत्री ने अवैध स्टैंड बंद करने के लिए आदेश दिए हैं लेकिन प्राइवेट डग्गामार वाहन सवारियों को बैठा कर ले जाने में पूरी तरह लिप्त है और इसमें रोडवेज के कर्मी ही उनका साथ देते हैं।रोडवेज बस स्टैंड के बाहर प्राइवेट वाहनों के चलते अक्सर जाम की स्थिति पैदा होती है जिससे रोडवेज बसों का न सिर्फ परिचालन बाधित हो रहा है बल्कि रोडवेज की आय में भी भारी नुकसान सामने आ रहा है।इन्हीं प्राइवेट डग्गामार वाहनों से परेशान होकर अनुबंधित बस के मालिकों ने आक्रोशित होकर कई ज्ञापन भी दिए हैं और हड़ताल भी की थी लेकिन खीरी पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की जिसके कारण अभी भी निजी बसें और अवैध स्टैंड जनपद में संचालित किए जा रहे हैं।

इसी क्रम में अनुबंधित बस मालिकों द्वारा एक बार फिर बसों का संचालन बंद कर दिया जिसके कारण अधिकारियों के हांथ पांव फूल गए जिसके बाद जिलाधिकारी खीरी महेंद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक खीरी गणेश प्रसाद शाहा ने अनुबंधित बस मालिकों से बात कर बसों का संचालन करने की मांग उठाई और निजी बसों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया जिसके बाद अनुबंधित बस यूनियन द्वारा बस चलाने का निर्णय लिया और संचालन शुरू कर दिया गया है।रक्षाबंधन के त्योहार पर अनुबंधित बस यूनियन द्वारा बसों का संचालन बंद करने के निर्णय से रोडवेज और परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि निजी बसों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है जो अवैध रूप से संचालित होती है,त्योहार के बाद ऐसे वाहनों पर कार्रवाई की जाएगी।

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