श्री चित्रगुप्त मूर्ति प्राणप्रतिष्ठा दिवस पर उमड़ा भावनाओं का सागर

श्री चित्रगुप्त मूर्ति प्राणप्रतिष्ठा दिवस पर उमड़ा भावनाओं का सागर
देवनन्दन श्रीवास्तव 
लखीमपुर-खीरी। आस्था, परंपरा और सामाजिक एकता के पावन संगम का अद्भुत दृश्य आज लखीमपुर में देखने को मिला, जब श्री चित्रगुप्त कायस्थ सभा द्वारा श्री दुर्गे चित्रगुप्त मंदिर में भगवान चित्रगुप्त मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
स्थानीय कलम दवात चौराहा के निकट स्थित यह मंदिर आज भक्तिमय स्वर और वैदिक मंत्रोच्चार से गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने देवी दुर्गा एवं भगवान हनुमान की पूजा अर्चना कर विश्वकल्याण की मंगल कामना की। वातावरण भक्ति, भाव और विश्वास से सराबोर था। स्मरण रहे कि 5 अक्टूबर 2016 को इसी दिन चित्रांश समाज ने नगर में  विशाल शोभायात्रा के माध्यम से सफेद संगमरमर की अनुपम मूर्ति की स्थापना कर इस मंदिर को जीवंत बनाया था। यह दिव्य प्रतिमा समाजसेवी विवेक श्रीवास्तव ‘विक्कू’ के प्रयासों और पूर्व राज्यसभा सांसद आर.के. सिन्हा के सहयोग से स्थापित हुई थी। तभी से हर वर्ष यह दिवस श्रद्धालुओं के लिए महापर्व बन गया है। आज भी परंपरा के क्रम को निभाते हुए श्रद्धालुओं ने विधिवत हवन–पूजन, आरती और भजन के बीच प्राण प्रतिष्ठा दिवस को उत्सव का रूप दिया। ईश आरती में हर स्वर एक ही भाव कह रहा था “कलम और कर्म का संगम ही सच्चा धर्म है।” कार्यक्रम का समापन विशाल भंडारे के साथ हुआ, जिसमें भक्तों ने प्रसाद ग्रहण कर आत्मिक तृप्ति पाई। इसी अवसर पर लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे कायस्थ शिरोमणि एवं पूर्व राज्यसभा सांसद आर.के. सिन्हा के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु विशेष प्रार्थना की गई। आज का यह आयोजन केवल पूजा का नहीं, बल्कि समाज को एक सूत्र में बांधने, परंपराओं को जीवंत रखने और पीढ़ियों को संस्कार देने का सशक्त संदेश बन गया।
इस पावन अवसर पर संस्था अध्यक्ष डॉ ओ पी श्रीवास्तव, संरक्षक राजीव रत्न खरे,  महामंत्री चित्रांश अनूप सिंह, कोषाध्यक्ष लोकेंद्र श्रीवास्तव, संरक्षक शशिकांत श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष प्रदीप सक्सेना मुकेश, विजय अस्थाना, रीना अस्थाना, कुमुद सक्सेना, नीरज श्रीवास्तव, विकास सक्सेना, पंडित शिवम, अनिल श्रीवास्तव, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा अध्यक्ष डॉ मंजुला बरतारिया, शौर्य सक्सेना, प्रशांत लाला, सुधाकर लाला, नितिन श्रीवास्तव, रविकांत श्रीवास्तव, एडवोकेट राजेश श्रीवास्तव, इंजी. राजेश श्रीवास्तव, कुलदीप "समर", मधुबाला श्रीवास्तव सहित दर्जनों श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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