समाजवादी परिवार के कुनबे को न जाने किसकी नजर लग गई बुलंदियों को छूता कुनबा आज खुद इस कदर आपसी मतभेद में उलझा है उसे यह समझने का मौका नहीं मिल रहा की ऐसे व्यवहार से कभी कुनबा बचता नहीं है

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