भाजपा से चुनाव लड़ सकते हैं जितिन प्रसाद, टिकट न मिलने से हैं नाराज
लखीमपुर-खीरी। धौरहरा लोकसभा पर भाजपा के प्रत्याशी को लेकर चल रही उठापटक के बीच जितिन प्रसाद का भाजपा प्रत्याशी बनाया जाना अचानक चर्चा में आ गया है। इस चर्चा से कांग्रेसी खेमे में काफी हलचल दिखाई दे रही है, हालांकि कोई भी कांग्रेसी इस पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है। वहीं सूत्रों की मानें तो शुक्रवार की सुबह से ही भाजपा प्रदेश कार्यालय पर जितिन प्रसाद को पार्टी में शामिल करने को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही हैंं।
क्षेत्र में चल रही चर्चा से न सिर्फ कांग्रेस की नींद उड़ गई है, बल्कि भाजपा की एक बड़ी चुनौती भी धौरहरा लोकसभा से खत्म होती दिखाई दे रही है। धौरहरा लोकसभा सीट पर भाजपा द्वारा अपनी पहली लिस्ट में प्रत्याशी का घोषित न किया जाना, एक तरफ जहां इस बात का अंदेशा जता रहा है कि भाजपा इस सीट से दोबारा निवर्तमान सांसद रेखा वर्मा को लड़ाना नहीं चाह रही है। वहीं भाजपा के लिए इस सीट को जीतने में आड़े आने वाले सबसे बड़ी चुनौती कांग्रेसी प्रत्याशी बनकर जितिन प्रसाद देने वाले थे, पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद ने इस क्षेत्र में अपने सांसदी कार्यकाल सहित पिछले 5 सालों में भी जमकर भ्रमण किया है। लोगों से आपसी तालमेल बनाया है। यही कारण था कि यह सीट जितिन प्रसाद के लड़ने पर भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनने वाली थी। ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि जितिन प्रसाद कांग्रेस की झोली में यह सीट डाल सकते हैं। ऐसे में होली के रंगों में न जाने ऐसा कौन सा रंग घुल गया कि यह होली धौरहरा सीट को लेकर और भी रंगीन हो गई है। फिलहाल भाजपा की पहली लिस्ट में इस सीट से किसी को भी टिकट नहीं दिया गया है। ऐसे में जितिन प्रसाद का भाजपा में शामिल होकर इस सीट से चुनाव लड़ना अचानक चर्चा में आ जाना जहां भाजपा के खेमे में खुशी की लहर बन कर सकता है तो वहीं कांग्रेसी खेमा सकते में आ सकता है। कुल मिलाकर जितिन प्रसाद का भाजपा में शामिल होना अभी सिर्फ चर्चाओं में है। इसकी घोषणा अभी भाजपा द्वारा नहीं की गई है न ही भाजपा का कोई बड़ा नेता इस पर कुछ बोलने को तैयार है। वहीं कांग्रेसी खेमा शायद जितिन प्रसाद को मनाने में जुटा है यही कारण है कि कांग्रेस की ओर से भी जितिन प्रसाद को लेकर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी जा रही है।
माना जा रहा है कि जितिन प्रसाद धौरहरा लोकसभा सीट से टिकट न मिलने से नाराज हैं और उनकी इस नाराजगी का कारण प्रियंका गांधी को माना जा रहा है, ऐसा चर्चा में है कि कांग्रेस इस सीट से पूर्व कांग्रेसी तेज नारायण त्रिवेदी के परिवार के किसी सदस्य को चुनाव मैदान में उतारना चाह रही है।
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