'गरीबों को न्याय, गरीबों की आय' गरीबी मिटाने वाली सबसे बड़ी योजना- जितिन प्रसाद

'गरीबों को न्याय, गरीबों की आय' गरीबी मिटाने वाली सबसे बड़ी योजना- जितिन प्रसाद


देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी। धौरहरा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी को लेकर चल रही उठा-पटक शुक्रवार की शाम खत्म हो गई। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने जितिन प्रसाद को धौरहरा लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। जिसके बाद जितिन प्रसाद ने शनिवार को शहर के एक मैरिज लॉन में पत्रकारों के सामने अपनी बात रखी।
उन्होंने धौरहरा की जनता का शुक्रिया करते हुए कहा कि यह धौरहरा की जनता का ही प्यार था जो शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें इस सीट से टिकट दे दिया है।

पांच करोड़ गरीब परिवारों को व 25 करोड़ लोगों को मिलेगा फायदा

उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा जनता से किए गए यूनतम आय के वादे का जिक्र करते हुए कहा कि 'गरीबों को न्याय गरीबों की आय' योजना राष्ट्रीय अध्यक्ष का एक ऐतिहासिक निर्णय है। यह दुनिया की करीबी मिटाने वाली सबसे बड़ी योजना है। देश के सबसे गरीब 20 प्रतिशत परिवारों को 72 हजार हर साल मिलेंगे। यह पैसा सीधा घर की महिला के बैंक खाते में जाएगा। इसका फायदा पांच करोड़ गरीब परिवारों को व 25 करोड़ लोगों को मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस द्वारा चलाई गई मनरेगा योजना के माध्यम से 14 करोड़ लोगों को गरीबी से निजात मिली थी। इस योजना को चलाने के लिए न ही मौजूदा समाज कल्याण स्कीम में कोई कटौती की जाएगी न ही सब्सिडी में! न्याय योजना की संरचना देश के सबसे जाने माने अर्थशास्त्रियों ने की है।


उन्होंने कहा कि बीते पांच सालों में विकास की गाड़ी रुक गई थी। मैं जिस रोड से आया हूं उनकी हालत मैंने देखी है, जर्जर हो चुकी सड़कों पर लोग चलने को मजबूर हैं। सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जाएगा।

खीरी की तीन और सीतापुर की दो विधानसभा सीटों से मिलकर बनी है धौरहरा सीट

धौरहरा सीट को लेकर चल चल रही उठापटक आखिरकार कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने खत्म कर दी, तो अब यह जानना भी जरूरी है कि यह सीट जितिन प्रसाद के लिए क्यों खास थी। आपको बता दें कि जितिन प्रसाद में 2009 का लोकसभा चुनाव इसी सीट पर भारी बहुमत से जीते थे। 2014 में मोदी लहर में जितिन प्रसाद को यह सीट गवानी पड़ी, लेकिन उसके बावजूद उन्होंने यहां के लोगों के बीच अपनी पकड़ को बनाए रखा। खीरी जिले की धौरहरा विधानसभा, कस्ता विधानसभा व मोहम्मदी विधानसभा के साथ सीतापुर की महोली और हरगांव विधानसभा से मिलकर धौरहरा की लोकसभा सीट बनी है। जिस पर लगातार जितिन प्रसाद अपनी पकड़ बनाए हुए हैं। ऐसे में कांग्रेस द्वारा उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने के बाद भाजपा व महागठबंधन की लड़ाई यहां त्रिकोणीय हो गई है।

टिप्पणियाँ