बाघ को पकड़ने के लिए जब शिकारियों ने लगाया फंदा, जानिए फिर क्या हुआ
लखीमपुर-खीरी। बाघ के शिकार का एक ताजा मामला बुधवार को सामने आया। जब दुधवा जंगल के पास स्थिति गांव से प्रधान ने बाघ के दहाड़ने की आवाज जंगल से लगातार आने की शिकायत वन विभाग से की। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने जब तलाश शुरु की तो घायल बाघ उन्हें मिला। बाघ शिकारियों द्वारा बनाए गए फंदे में फस गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दुधवा जंगल की महेशपुर रेंज के अंतर्गत गांव शिवपुरी बीट नंबर 10 से एक बाघ के दहाड़ने की आवाज बुधवार की सुबह से ही लगातार आ रही थी। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी गांव के प्रधान को दी। जिसके बाद ग्राम प्रधान ने वन विभाग को मामले से अवगत कराया। बुधवार को जब वन विभाग टीम में जंगल को खंगालने पहुंची तो बीट नंबर 10 के पास एक बाघ घायल अवस्था में मिला। बाघ का पैर शिकारियों के द्वारा बनाए के फंदे में फंसा हुआ था और लहू लुहान था। जिसके बाद विभाग की टीम ने बाघ को बेहोश कर पहले उसका इलाज किया और बाद में उसे जंगल में छोड़ दिया। वन विभाग के अधिकारियों की मानें तो बाघ कई घंटो से फंदे में फंसा हुआ था। वन विभाग के अधिकारियों ने मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को को दे दी है और मामले की जांच में जुट गया है।
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