थारू जनजाति के लोग भी करेंगे मोबाइल पर बातें, एनओसी को तैयार हुआ वन विभाग
देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी। भारत नेपाल सीमा से सटे दुधवा टाइगर रिजर्व में रहने वाली थारू जनजाति भी अब जल्द अपने नाते रिश्तेदारों से घर बैठे मोबाइल से बातें कर सकेगी।जल्द ही थरूहाट में भी मोबाइल टावर लगाए जाएगें। वन विभाग इस काम के लिए एनओसी देने को तैयार हो गया है। यह जानकारी जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष विनीत मनार ने शुक्रवार को दी।
उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी के थारू जनजाति इलाके की मुख्य समस्या मोबाइल नेटवर्क की है। जिसमें जंगल में सटे ग्रामों में बसी थारू जनजाति के लिये अभी तक मोबाइल के नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई थी। जिसके चलते यह लोग मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे थे। अब वन विभाग एनओसी देने को तैयार हो गया है। सांसद अजय मिश्र टेनी ने लोकसभा में भी सवाल उठाए थे। जिसका नतीजा यह निकला था कि जल्द ही भारत नेपाल सीमा पर बसी थारू जनजाति के लोगों को मोबाइल की सुविधा मिल पाएगी। भाजपा नेता विनीत मनार ने केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद को पत्र लिखकर लखीमपुर खीरी की थारू जनजाति इलाके में मोबाइल नेटवर्क न होने की समस्या से अवगत कराया था, साथ ही लखनऊ में दूरसंचार अधिकारियों से व्यक्तिगत मिलकर पचपेड़ा , सूडा, बनगवां, सोनहा आदि जगहों पर मोबाइल टावर हेतु शुरू हो चुके कार्य को भी तेज गति से कराने का आग्रह किया था। मनार हाल में ही वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर से भी मिले थे। उन्होंने इलाके की समस्याओं को अनुराग ठाकुर को अवगत कराया है।
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