होलिका दहन मुहुर्त व होली पर्व पर बन रहे विशेष योग
देवनंदन श्रीवास्तव
लखीमपुर खीरी-पंचांग के अनुसार हर वर्ष फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन होता है होलिका दहन के लिए प्रदोष काल का समय चुना जाता है जिसमें भद्रा का साया न हो इस साल होलिका दहन 17 मार्च दिन गुरुवार को है रंगोत्सव पर्व 18 मार्च को मनाया जाएगा
ज्योतिषशास्त्र में भद्रा के मुख समय में होलिका दहन अशुभ होता है लेकिन भद्रा पूंछ में होलिका दहन कर सकते हैं ऐसे में पं कमल किशोर मिश्र बताते है कि 17 मार्च को रात 09 बजकर 04 मिनट से 10 बजकर 14 मिनट तक होलिका दहन हो सकता है इस दिन भद्रा का समापन देर रात 12 बजकर 57 मिनट पर होगा भद्रा के बाद होलिका दहन करना अति उत्तम माना जाता है तो इसके लिए मुहूर्त देर रात 12 बजकर 58 मिनट से 18 मार्च को सुबह 06:28 बजे तक है
*होली पर्व पर बन रहे है विशेष योग*
होली पर व्यापार के लिए वृद्धि योग काफी लाभकारी माना जा रहा है। क्युकी होली के शुभ अवसर पर वृद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, बुध-गुरु आदित्य योग सर्वार्थ सिद्धि योग और ध्रुव योग, भी बन रहा है। यदि आप इन योगों में पूजा पाठ या फिर किसी तरह का कार्य प्रारंभ करते है तो यह काफी सफल होते है। व सुख समृद्धि प्रदान करते है
पं कमल किशोर मिश्र
लखीमपुर खीरी
9161007456
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