विश्व रिकॉर्ड में शामिल हुए लखीमपुर के राम मोहन गुप्त
देवनन्दन श्रीवास्तव
लखीमपुर खीरी। बुलंदी साहित्यिक सेवा समिति अंतरराष्ट्रीय द्वारा आयोजित विश्व के सबसे बड़े वर्च्युअल कवि सम्मेलन में सहभागिता करके विश्व रिकॉर्ड में सम्मिलित होकर लखीमपुर के समाजसेवी साहित्यकार राम मोहन गुप्त ने शहर का मान बढ़ाया है। कुछ माह पूर्व भारतीय स्टेट बैंक से सेवानिवृत्त हुए राम मोहन गुप्त को इस कार्यक्रम में सक्रियता पूर्वक प्रतिभाग करने एवं हिंदी साहित्य को समृद्ध करने हेतु बुलंदी संस्था द्वारा 'साहित्य गौरव सम्मान' से भी सम्मानित किया गया है l
अनवरत 400 घण्टे चले इस आन लाईन कवि सम्मेलन को इंडिया वर्ल्ड रिकार्ड द्वारा विश्व रिकार्ड में दर्ज़ किया गया है। यह कवि सम्मेलन 21 अगस्त 2022 से 6 सितंबर 2022 तक अनवरत 400 घण्टे चला था जिसमें विश्व के 35 देशों के कवियों सहित कुल 3970 कवियों ने प्रतिभाग किया था l जिसका प्रसारण ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, अमेरिका के स्थानीय चैनलों पर भी किया गया था l बताते चले विश्व के सबसे बड़े वर्च्युअल कवि सम्मेलन का रिकॉर्ड बुलंदी संस्था के नाम पिछले वर्ष 207 घण्टे दर्ज था बुलंदी संस्था ने इस वर्ष 400 घण्टे अनवरत कार्यक्रम चला अपना ही रिकार्ड तोड़ कर नवीन विश्व कीर्तिमान बना दिया जिसमें श्री गुप्त द्वारा भी सक्रिय सहभागिता की गई थी। बुलंदी संस्था उत्तराखंड राज्य के बाजपुर शहर से संचालित होती है जिसके संस्थापक उत्तराखंड के युवा कवि बादल बाज़पुरी एवं संरक्षक वरिष्ठ कवि पंकज शर्मा है l
श्री गुप्त को प्राप्त उपरोक्त सम्मान के लिए सौरभ गुप्ता, मीता गर्ग, योगेश जोशी, कुमार उत्कर्ष, कनिष्क बरनवाल, सचिन अग्रवाल, अर्चित महेंद्र, कुशाग्र अग्रवाल, आकाश गर्ग, राज कुमार सक्सेना, अरविन्द कुमार गुप्त एडवोकेट, अरुण कुमार गुप्त, शरद गुप्त, गोविंद कुमार गुप्त, उत्तम कुमार गुप्त, तरुण साहू, मनीषा गुप्ता 'राधा' नैना गुप्ता, डा. आशुतोष गुप्ता, श्रुति गुप्ता, नवीन गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, अर्चना गुप्ता, स्मृति गुप्ता, सुनीता तोलानी, मंजू बरनवाल, पंकज कुमार आदि द्वारा शुभेच्छाएं दीं गई हैं।
इससे पूर्व भी राम मोहन गुप्त को हिन्दी भाषा के प्रचार प्रसार और साहित्यिक सेवा के लिए 'हिन्दी गौरव सम्मान' और 'हिन्दी लेखक सम्मान' से भी सम्मानित किया जा चुका है।
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