पंडित दीनदयाल उपाध्याय सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में मनाया गया भारतीय वायु सेवा दिवस
देवनन्दन श्रीवास्तव
केडीएस न्यूज़ नेटवर्क
लखीमपुर खीरी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज सीबीएसई बोर्ड में भारतीय वायु सेवा दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मंचासीन महानुभावों में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ संजय सिंह प्रवक्ता युवराज दत्त महाविद्यालय, प्रधानाचार्य अरविन्द सिंह चौहान व उप प्रधानाचार्य देवी प्रसाद तिवारी ऊपस्थित रहे। इस अवसर पर विद्यालय की आचार्या बहन अर्चना ने एक देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया। विद्यालय के भैया यशवर्धन सिंह ने इस दिवस के ऐतिहासिक महत्व को बताया। इस अवसर पर प्राइमरी के भैया बहनों के द्वारा सुंदर समूह गीत प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ संजय कुमार सिंह ने भारतीय वायु सेवा दिवस बताया की अक्टूबर की 8 तारीख को भारतीय वायु सेना दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस साल भारतीय वायुसेना का 91वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा। भारत में एयरफोर्स को स्थापना 8 अक्टूबर 1932 हुई थी। वायुसेना ने पहली उड़ान 1 अप्रैल 1933 को भरी थी। भारतीय वायुसेना का वार्षिकोत्सव भारत के कुछ चुनिंदा कार्मिक उत्सवों में से एक है। जहां लैंगिक समानता का वास्तविक व्यवहार देखने को मिलता है। इस दिन भारतीय वायुसेना के प्रमुख यानी एयर चीफ मार्शल द्वारा विभिन्न सैन्यकर्मियों को सम्मानित भी किया जाता है। यह दिवस भारतीय वायुसेना के सर्वश्रेष्ठ लड़ाकू विमानों के दमदार प्रदर्शन का साक्षी भी बनता है। 'नभ: स्पृशं दीप्तम्' भारतीय वायुसेना का ध्येयवाक्य है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ संजय कुमार सिंह ने ऐ मेरे वतन के लोगों गीत गाकर सभा को सम्मोहित सा कर दिया।
प्रधानाचार्य जी ने बताया कि भारतीय एयरफोर्स दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्थित हिंडन वायु सेना स्टेशन एशिया में सबसे बड़ा है। भारतीय वायु सेना अपनी स्थापना के बाद से अब तक कई युद्धों में शामिल हो चुकी है। भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ चार बार युद्ध में हिस्सा लिया है। पहली बार वायु सेना ने 1948, उसके बाद 1965 और 1971 व 1999 में युद्ध में हिस्सा लिया। इसके अलावा, वायु सेना 1962 में चीन के सामने अपना दम दिखा चुकी है।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविंद सिंह चौहान जी ने कार्यक्रम में आए हुए अतिथि व उपस्थित सभी भैया बहनों व आचार्य परिवार का आभार व्यक्त किया।
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